5 SIMPLE STATEMENTS ABOUT SHIV CHALISA LYRICSL EXPLAINED

5 Simple Statements About shiv chalisa lyricsl Explained

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जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥

धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥

भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥

अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा

कंबु – कुंदेंदु – कर्पूर – गौरं शिवं, सुंदरं, सच्चिदानंदकंदं ।

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥

अर्थ: हे प्रभू आपके समान दानी और कोई नहीं है, सेवक आपकी सदा से प्रार्थना करते आए हैं। हे प्रभु आपका भेद shiv chalisa lyricsl सिर्फ आप ही जानते हैं, क्योंकि आप अनादि काल से विद्यमान हैं, आपके बारे में वर्णन नहीं किया जा सकता है, आप अकथ हैं। आपकी महिमा का गान करने में तो वेद भी समर्थ नहीं हैं।

महाभारत काल से दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर

तज्ञमज्ञान – पाथोधि – घटसंभवं, सर्वगं, सर्वसौभाग्यमूलं ।

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥

एक कमल प्रभु राखेउ more info जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

मात-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत shiv chalisa in hindi नहिं कोई॥

पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥

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